शनिवार, 11 फ़रवरी 2017

जिंदगी और मौत

हर किसी की जिन्दगी में एक बार आती है मौत
हर कदम पर कड़वा सच, जिंदगी का दिखाती है मौत
जिंदगी तो करती वेबफाई, पर अपने संग ले जाती है मौत
जिंदगी के कई रंग है, पर एक ही रंग दे जाती है मौत
जिंदगी करती भेदभाव, पर सब के साथ इन्साफ करती है मौत
जिंदगी लगाती दामन में दाग, उस दाग को साफ़ करती है मौत
जिंदगी देती हरदम भागदौड, पर उससे आराम देती है मौत
काम ही काम होते है जिंदगी में, पर उन्हें अंजाम देती है मौत
नींद छीन लेती है जिंदगी, पर हर किसी को सुलाती है मौत
पास होते हुए भी है, जो जिन्दगी से दूर, उन्हें पास बुलाती है मौत
हकीकत है ये जिंदगी की, ये बात सबको डराती है मौत
हर किसी को अपनी सच्चाई का अहसास कराती है मौत
जिन्दगी सूखे पालने में, तो 'चन्दन' की चिता के साथ आती है मौत

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